इनके दूसरे चरण की साधना से सभी प्रकार की सिद्धियां गोपनीय विधियां समाज में मान सम्मान वैभव संपन्नता इत्यादि प्राप्त होता है । इस यंत्र की साधना करके देवी की पूजा की जाती है । यंत्र निर्माण इस साधना का आवश्यक चरण है इसकी सहायता से आप अष्ट चक्र भैरवी साधना को पूर्ण कर पाते हैं । इसे ही आगे पूजा स्थल में स्थापित किया जाता है इनकी साधना करके विभिन्न प्रकार की सिद्धियां प्राप्त की जाती है । इसी यंत्र की सहायता से देवी के साक्षात दर्शन होते हैं और आप सिद्धिवान बन जाते हैं ।