इस साधना से भूत भविष्य वर्तमान जानने की विद्या प्राप्त होती है व्यक्ति किसी के बारे में भी गोपनीय बाते जानकर उसे बता सकता है यह साधना ज्योतिषियों के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है साथ ही साधक में पिशाचो को गुलाम बनाने की शक्ति भी स्वतः ही प्राप्त हो जाती है नाथ पंथ मे सर्वप्रथम यह सिद्धि श्री कानिफनाथ जी ने कि थी,किन्तु यदि बात वैदिक विधान की करे तो इसको सर्वप्रथम ऋषि पिपलाद ने सिद्ध किया था और उन्होने ही इसके मंत्र की रचना की थी, यहाँ पर मैं केवल उसी वैदिक विधान से सिद्धि की विधान दे रहा हूँ